गोड्डा । गोड्डा में लोकसभा चुनाव राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की भाजपा, आजसू और विपक्षी गठबंधन के झामुमो, झाविमो, कांग्रेस और राजद के लिए मूंछ की लड़ाई वाला क्षेत्र बन गया है। झारखंड के संतालपरगना के तीन लोकसभा क्षेत्रों में गोड्डा एक मात्र अनारक्षित सीट है।
यहां से लगातार पिछले दो चुनाव जीतकर संतालपरगना में विकास पुरुष के रूप में चर्चित भाजपा उम्मीदवार निशिकांत दुबे विपक्षी गठबंधन के आंख की किरकिरी बने हुए हैं। विपक्षी गठबंधन ने झाविमो नेता पूर्व मंत्री और पौडेयाहाट से विधायक प्रदीप यादव पर दांव खेला है।
दुबे के दस साल के कार्यकाल में गोड्डा संसदीय क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है। एम्स, इंटरनेशनल एयरपोर्ट, डेयरी इंजीनियरिंग काॅलेज, कृषि महाविद्यालय, पावर प्लांट, बैद्यनाथ धाम का विकास, जसीडीह-गोड्डा-पीरपैती रेल परियोजना दुबे की देन है।
विपक्षी गठबंधन अडाणी पावर प्लांट और दुबे को बाहरी बताकर जनता को गोलबंद करने का प्रयास कर रहा है। इस संसदीय क्षेत्र में संतालपरगना के गोड्डा, देवघर और दुमका जिलों के कुछ इलाकों को समाहित किया गया है।
गोड्डा विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले के लिए मशहूर है। बैद्यनाथ धाम विश्व के मानचित्र पर अपना अलग स्थान रखता है। भाजपा ने यहां पूरी ताकत झोंक दी है। यहां के छह विधानसभा क्षेत्रों महगामा, गोड्डा, देवघर और मधुपुर में भाजपा का कब्जा है। पौड़ेयाहाट झाविमो और जरमुंडी कांग्रेस के कब्जे में है।
भाजपा उम्मीदवार दुबे प्रचंड गर्मी की परवाह किए बिना सघन प्रचार कर रहे हैं। यादव भी फौज फाटे के साथ जुटे हैं। कांग्रेस के जुझारू नेता पूर्व सांसद फुरकान अंसारी के यादव से दूरी बना लेने से विपक्ष हताश है। इस बीच झाविमो की एक महिला कार्यकर्ता के यादव पर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराने से विपक्ष की नींद उड़ी हुई है।
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